National Digital Health Mission: नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की हुई घोषणा, क्या है ये और हेल्थ कार्ड से कैसे होगा आपको फायदा, जानिए सबकुछ

National Digital Health Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत की घोषणा की है। 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से दिए भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके तहत हर भारतीय को हेल्थ कार्ड (Health Card) मिल सकेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 15 अगस्त, 2020 (शनिवार) से देश में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत हो रही है। अब हर भारतीय यूनिक हेल्थ आइडेंटिटि कार्ड (unique health identity card) हासिल कर सकेगा। सरकार की योजना वन नेशन वन हेल्थ कार्ड (One Nation One Health Card) की है। देश में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत योजना, AB PM-JAY) चल रही है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन भी इसी का हिस्सा है।

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन क्या है, जानिए विस्तार से (National Digital Health Mission detail information)

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन या राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान का पूरा ब्लूप्रिंट साल 2019 में लॉन्च किया गया था। इसका मकसद एक कुशल और सस्ती स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करना है। इसके लिए अहम डाटा, बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला तैयार करने की जरूरत है। इन सभी बातों का ध्यान में रखते हुए नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन (National Digital Health Mission) का पूरा खाका तैयार किया गया है।

इस पूरी योजना का सबसे अहम हिस्सा तकनीक है। उच्च गुणवत्ता वाले हेल्थकेयर सुविधा के इरादे से डिजिटल सिस्टम को स्थापित करना इसका बड़ा मकसद है। 

कुल मिलाकर एक ऐसा डिजिटल इकोसिस्टम तैयार करने की कोशिश है जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी सूचना को आसानी से संग्रहित किया जा सके और उसका इस्तेमाल इलाज और चिकित्सा को बेहतर करने में किया जाए। सरकार ने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि डाटा की सुरक्षा होगी और किसी भी शख्स की स्वास्थ्य से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी बिना उसकी मर्जी के कोई और नहीं जान सकेगा।

Health card in India: हेल्थ कार्ड (Health Card) क्या है

सरकार की योजना के अनुसार देश के प्रत्येक व्यक्ति को एक डिजिटल स्वास्थ्य आईडी मिलेगी जो मूल रूप से उसके सभी स्वास्थ्य रिकॉर्डों का एक डिजिटल प्रारूप है। ये देश भर के डॉक्टरों से जुड़ा होगा। कुल मिलाकर ये आधार कार्ड की तर्ज पर बनाया जाएगा लेकिन अनिवार्य नहीं होगा। आप इसे बनवा भी सकते हैं या नहीं भी।

इसकी योजना स्वास्थ्य सेवा की दक्षता, प्रभावशीलता और पारदर्शिता में सुधार के लिए बनाई गई है। हेल्थ आईडी मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में भी होगी। इसके मायने ये हुए कि एक मोबाइल एप भी इसके लिए होगा। इस खास योजना के जो भी अहम हिस्सा हैं, सरकार ने उन सभी हितधारकों से प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे थे। 

हेल्थ कार्ड (Health Card) में क्या होगा और इसके फायदे

बहुत आसान भाषा में अगर आप हेल्थ कार्ड को समझना चाहते हैं तो हम इसके बारे में आपको बताते हैं। इसमें दरअसल आपके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी दर्ज होंगी। आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री इसमें होगी, जिसमें आपके इलाज, आपने पहले कौन-कौन से टेस्ट कराया हैं, क्या दवाएं इस्तेमाल हुई हैं, ये सबकुछ दर्ज होगा। 

अब सवाल उठता है कि इससे आपको फायदा क्या होने वाला है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज हमें जहां भी इलाज के लिए जाना होता है तो एक पूरी फाइल और मेडिकल हिस्ट्री लेकर डॉक्टर के पास जाना होता है। कई बार ऐसा भी होता है कि आपने एक डॉक्टर से कोई सलाह ली, कोई टेस्ट कराया और फिर दूसरे डॉक्टर के पास जाते हैं तो पहले वाले के सभी रिकॉर्ड ले जाने पड़ते हैं। रिपोर्ट ले जानी पड़ती है। क्या दवाई खाई, क्या इलाज चला..ये सब साथ में रखना पड़ता है।

हेल्थ कार्ड से इन सभी से आपको छूट मिल जाएगी। एक क्लिक से सामने बैठा आपका डॉक्टर आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री जान लेगा और आगे के इलाज के लिए उचित सलाह दे सकेगा। इस योजना के लिए अस्पतालों, क्लिनिक और डॉक्टरों को भी एक संट्रल सर्वर से जुड़ना होगा। वैसे ये सबकुछ आपकी और अन्य अस्पतालों और डॉक्टरों की इच्छा पर होगा। जो इससे नहीं जुड़ना चाहते वे इस हेल्थ कार्ड को नहीं भी ले सकते हैं।

How to apply for Health card: हेल्थ कार्ड (Health Card) कैसे बनेगा?

ये पूरी स्कीम चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लागू की जानी है। वैसे भी ये संभव नहीं है कि एक ही साथ इतने बड़े देश में ये योजना लागू कर दी जाए या फिर हेल्थ कार्ड जारी कर दिया जाए। इसमें समय जरूर लगेगा। ये बस शुरुआत जो 15 अगस्त से हो गई है। पहले ही चरण के लिए भारत सरकार ने 500 करोड़ रुपए बजट भी जारी किया है। रही बात हेल्थ कार्ड हासिल करने की तो इसके लिए अप्लाई करना होगा। इसके बाद भारत सरकार की ओर से हर नागरिक को अलग यूनिक आइडी नंबर दिया जाएगा। इस बार में जल्द ही पूरे दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।

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