Home Loan Jankari: होम लोन लेना चाहते हैं, कितनी सैलरी पर कितना कर्ज देगी बैंक, क्या है तरीका, डॉक्यूमेंट क्या चाहिए..जानिए सबकुछ
Home Loan Jankari In Hindi: घर किसे नहीं चाहिए। रोटी, कपड़ा और अपना मकान, ये सभी की जरूरत है। अगर घर में पैसे हैं तो कोई भी आसानी से घर खरीद सकता है, लेकिन पैसे अगर कम हैं तो फिर घर खरीदने के लिए क्या किया जाए। ऐसे ही वक्त के लिए होम लोन (Home loan) की सुविधा है। होम लोन यानी घर खरीदने या बनाने के लिए आप जो कर्ज बैंक से लेंगे। किश्तों में अपनी सैलरी से या आपकी कमाई का जो भी जरिया होगा, उससे इस कर्ज को आपको चुकाना होगा। इस तरह आप पर एक साथ बोझ भी नहीं होगा और अपना आशियाना भी तैयार हो जाएगा।
अब सवाल है कि Home loan लेना है तो इसके लिए पहल कैसे करें। होम लोन पर लगने वाला व्याज (home loan interest) कितना हो सकता है। कई लोग होम लोन के लेकर पहले से हिसाब या उसे कैलकुलेट भी करना चाहते हैं। साथ ही सवाल ये भी एसबीआई (home loan sbi interest) या फिर दूसरे बैंक भी कितना इंटरेस्ट होम पर लेते हैं। अगर होम लोन लिया है तो उसे कैलकुलेट (home loan calculator) कैसे करें। साथ ही सवाल ये भी है कि अगर सैलरी कुछ कम है तो होम मिलेगा या नहीं, अगर मिलता भी है तो ये कितना मिलेगा? इन्ही सब सवालों पर आज इस पोस्ट पर हम बात करेंगे।
मुझे कितना होम लोग मिलेगा (How much Home loan will i get)?
होम लोन कितना मिलेगा, ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना कर्ज वापस कर सकते हैं। आपकी कर्ज को वापस करने की क्षमता आपकी सैलरी, बिजनेस से होने वाले इनकम, महीने का खर्च सहित दूसरी चीजों जैसे पति या पत्नी की आय, कुल संपत्ति आदि पर निर्भर रहती है। कर्ज देने वाली बैंक ये सुनिश्चि करना चाहती है कि उसका दिया हुआ लोन वापस आएगा।
साफ है जितनी अधिक आपकी सैलरी होगी, आप उतने ही ज्याद लोन लेने के हकदार होंगे। बैंक अमूमन मानकर चलती है कि आपकी कमाई का कम से कम आधा हिस्सा कर्ज लौटाने में इस्तेमाल हो सकता है। दूसरे आसान शब्दों में आपकी सलाना आय के पांच गुणा तक लोन मिलने के मौके होते हैं। हालांकि ये और भी दूसरे फैक्टर पर निर्भर करता है। लोन कितने साल के लिए दिया जा रहा है, और इस पर लगने वाला इंटरेस्ट भी अहम है। होम लोन लेने वालों के लिए बैंक एक आयु सीमा भी रखती है, जो किसी की लोन लेने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
कितना होम लोन मिल (Home Loan) सकता है (Maximum amount of home loan)?
ज्यादातर घरों की खरीद में आपको 10 से 20 प्रतिशत डाउन पेमेंट करना होता है। एक तरह से समझिए कि ये घर खरीदने में आपका अपना योगदान है। इसमें लोन के पैसे शामिल नहीं है। इसके अलावा बचे हुए 80 से 90 प्रतिशत तक के पैसे आप लोन लेकर चुका सकते हैं। आप जो लोन ले रहे हैं उसमें रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर या स्टांप ड्यूटी आदी के भी शुल्क शामिल हो सकते हैं। इसलिए हमेशा होम लेन से पहले कोशिश करिए कि ज्यादातर पैसे डाउन पेमेंट के जरिए चुका दीजिए। इससे एक तो लोन का बोझ कम होगा और साथ ही इंटरेस्ट कॉस्ट भी कम देना होगा।
होम लोन (Home Loan) के लिए कौन से कागजात (Documents) चाहिए?
होम लोन के लिए कई कागजात जरूरी हैं। इसके एप्लिकेशन फॉर्म में आपको फोटो लगानी होती है। इसके अलावा घर खरीद के कानूनी कागजात से लेकर बैंक आपसे आइडेंटिटी कार्ड, रेजिडेंस प्रूफ सहित सैलरी स्लिप (ऑफिस से सत्यापित और खुद से अटेस्टेड) और फॉर्म 16 या आयकर रिटर्न के साथ बैंक का पिछले छह महीने की स्टेटमेंट तक देना पड़ता है। इसके साथ ही कुछ संस्थान लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, आपके पास मौजूद शेयर के कागजात, एनएससी, म्युच्युअल फंड यूनिट, बैंक डिपॉजिट या दूसरे निवेश की भी जानकारी मांग सकते हैं।
होम लोन (Home Loan) के पैसे कैसे मिलते हैं?
आपके द्वारा दिए गए दस्तावेजों क आधार पर बैंक ये फैसला करता है कि आपको लोन दिया जाए या नहीं। अगर बैंक ने आपका आवेदन स्वीकार कर लिया तो सैंक्शन लेटर में होम लोन की रकम, अवधि और ब्याज दरों आदि के बारे में जानकारी होती है। इसमें ही लोन की शर्त के बारे में जानकारी होती है।
होम लोन आपको एकमुश्त या किस्त में दी जाती है। प्रोपर्टी के कंस्ट्रक्शन के हिसाब से भी लोन की रकम दी जाती है। अगर आपने रेडी टू मूव घर लिया है तो Home Loan की रकम एकमुश्त भी मिल सकती है। यहां ये भी बता दें कि होम लोन पर ब्याज दरें फिक्स्ड या फ्लेक्सिबल हो सकती है। फिक्स्ड में ब्याज दरें पहले ही तय होती जबकि फ्लेक्सिबल में यह बदलती रहती है।
होम लोन (Home loan) कैसे चुकाया जाए?
आज के दौर में बैंक को होम लोन चुकाने के कई तरीके हैं। लोन की राशि बैंक को इलेक्ट्रॉनिक क्लियरेंस सिस्टम (इसीएस, ECS) से चुकाई जा सकती है, साथ ही उस विकल्प को भी अपना सकते हैं कि जिसमें रकम हर महीने एक तय तिथि पर वेतन से काटकर सीधे बैंक को पहुंच जाएगा। इसके अलावा अपनी सैलरी एकाउंट से पोस्ट डेटेड चेक भी दे सकते हैं। आप होम चाहें तो समय से पहले भी चुका सकते हैं। नियमित किश्त के अलावा जब आप लोन की रकम बैंक में जमा करते हैं इससे आपके मूलधन की रकम घटती है, जिससे इंटरेस्ट कंपोनेंट भी कम होता जाता है।



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